
समर्थ कश्यप = जीरोमाइल थाना क्षेत्र के ज्योति विहार कॉलोनी में 2019 में नाबालिग से कराये जा रहे देह व्यापार के मामले में अदालत ने तीन अभियुक्तों को सजा सुनाई है. भागलपुर व्यवहार न्यायालय के पॉक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश एडीजे- 6 रंजीता कुमारी की अदालत ने फैसला सुनाया है. जिसमें कांड के मुख्य अभियुक्त मधेपुरा के बिहारीगंज के मिथिलेश मंडल को नाबालिग के साथ यौन शोषण मामले में 20 साल कारावास और 60 हजार रुपये जुर्माना, अपहरण की धारा के तहत 5 साल कारावास और 20 हजार जुर्माना की सजा, इम्मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट के तहत 4 साला कारावास और 20 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाई गयी.
सहयोगी
वहीं पूरे मामले में मिथिलेश मंडल का सहयोग करने के आरोप में गुड़िया मिथिलेश की कथित पत्नी पॉक्सो एक्ट की धारा (17/6) के तहत 20 साल कारावास और 60 हजार रुपये जुर्माना सहित इम्मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट के तहत 4 साला कारावास और 20 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाई गयी
लड़कियों का अपहरण कर उन्हें बेचने के आरोप में पूर्णिया निवासी पिंटू मंडल को भी सजा सुनाई गयी है.उसे अपहरण मामले में 5 साल कारावास और 20 हजार रुपये कारावास और इम्मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट के तहत 4 साला कारावास और 20 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाई गयी.
वहीं अर्थदंड की राशि जमा नहीं कराने पर अतिरिक्त एक साल साधारण कारावास की सजा भुगतने का भी निर्देश दिया गया.